अब संसारपुर में नहीं सुनाई देती हाकी की टंकार

नौजवानों को उचित रोज़गार देने की कोई गारंटी नहीं श्रीप्रकाश शुक्ला हाकी भारत का ऐसा खेल है जिसमें हर भारतीय खेलप्रेमी की आत्मा बसती है। यही वह खेल है जिसमें हमने एक-दो बार नहीं नौ बार दुनिया को शिकस्त दी है। आज भारतीय हाकी को प्रोत्साहन की दरकार है। दरअसल युवाओं को रोजगार देने में अक्षम भारतीय हुकूमतों के चलते ही अब लोग हाकी की बजाय क्रिकेट की तरफ दौड़ रह.......

पानी का डर दूर भगाने को तैराक बने माइकल फेल्प्स

खाना, सोना और तैरना यही मेरा मंत्र श्रीप्रकाश शुक्ला नई दिल्ली। हिन्दुस्तान टाइम्स लीडरशिप समिट 2019 में अमेरिकी तैराक माइकल फेल्प्स ने अपने तैराकी सफर और सफलता के बारे में कई बातें शेयर कीं। फेल्प्स ने बताया कि वह पानी के डर को खत्म करना चाहते थे, इसलिए स्वीमिंग करना शुरू किया। वाटर सेफ्टी के लिए उन्हों.......

पुरस्कारों का भविष्य उज्ज्वल

हमारे यहां पुरस्कारों का भविष्य अत्यन्त उज्ज्वल है। पुरस्कारों को लेने के लिए कोई मना नहीं करता। बस देने वाला चाहिए-लेने वाले कतार लगाये खड़े हैं। सही भी है, काम करेगा तो प्रोत्साहन भी चाहेगा। जरा-सा काम किया और ला पुरस्कार! स्थिति यह हो गयी है कि पुरस्कार कम पड़ गये हैं तथा लेने वाले ज्यादा हो गये हैं। अब तो लगने यह भी लगा है कि साहित्यकार लिखते ही पुरस्कारों के लिए हैं। मेरे एक मित्र हैं, उनका कोई.......

नींद पूरी लें और स्वस्थ रहें

बचपन में हर किसी को यह पाठ सिखाया जाता है कि रात को जल्दी सोने और सुबह जल्दी उठने से व्यक्ति स्वस्थ, धनवान और बुद्धिमान बनता है। इस मंत्र को स्कूल, कॉलेज में भी दोहराते रहते हैं लेकिन जैसे ही पेशेवर या व्यावसायिक जिंदगी में कदम रखते हैं, महसूस होता है कि यह मंत्र अब काम नहीं करता है। फिर सर्दियों के मौसम में अक्सर हमारा मन देर तक सोने का करता है। नौ से पांच की नौकरी में इस मंत्र को अपनाना लोगों के लिए कठिन हो जाता है, लेकिन उस योग, वर्कआउट या हेल्दी नाश्ते के रूटि.......

पिता की हिम्मत बंधाती हाकी बेटियां

गरीब की बेटियों के जज्बे को सलाम श्रीप्रकाश शुक्ला ग्वालियर। कहा जाता है कि अगर कुछ कर गुजरने की चाहत हो तो जिन्दगी की कोई भी बाधा बड़ी नहीं लगती। कुछ ऐसी ही कहानी हॉकी हिमाचल प्रदेश की कप्तान सृष्टि भोजगी की है। सृष्टि ने इस मुकाम तक पहुंचने के लिए काफी संघर्ष किया। उसका सपना टीम इंडिया में शामिल होकर देश के लिए खेलने का है। मूल रूप से .......

सफलता की ओर शैफाली के कदम

सचिन से प्रेरणा ले तोड़ा उन्हीं का रिकॉर्ड पिछले दिनों जब शैफाली ने भारत की महिला क्रिकेट टीम में सबसे कम उम्र में अर्द्धशतक लगाया तो उसने सचिन तेंदुलकर के तीस साल पुराने रिकॉर्ड को भी तोड़ा। उन्हीं सचिन का जिन्हें देखने वह छोटी-सी उम्र में पापा की अंगुली पकड़कर गई थी। हरियाणा के एक मैदान में आखिरी रणजी मैच खेल रहे सचिन को देखने जितनी भीड़ स्.......

फिक्सिंग के साए में घरेलू क्रिकेट

भारतीय क्रिकेट की किस्मत भी कुछ अजीब सी है। जब यह लगने लगता है कि अब सब कुछ पटरी पर आ गया है, तो कुछ न कुछ गड़बड़ हो जाती है। मैदान में भारतीय टीम का प्रदर्शन शानदार चल रहा है। बीसीसीआई की कमान सौरव गांगुली ने संभाल ली है। क्रिकेट प्रशासन में सुप्रीम कोर्ट ने कई सारे सख्त नियम लागू करा लिए हैं। तब अचानक घरेलू क्रिकेट में फिक्सिंग का जिन्न सामने आ गया। कर्नाटक प्रीमियर लीग के फाइनल में स्पॉट फिक्.......

खुशी ऐसी कि मन में न समाय

40 साल बाद क्या भारत को मिलेगा हाकी का पदक जिस हॉकी में भारत की बादशाहत रहा करती थी, उस हॉकी में हम देशवासी टीम के ओलंपिक का टिकट कटा लेने भर से खुश हो जाते हैं। ओलंपिक में हॉकी में भारत ने लगातार छह स्वर्ण सहित आठ पदक जीते हैं। लेकिन पिछले 39 साल से पोडियम पर नहीं चढ़ पाने और 2008 के बीजिंग ओलंपिक के लिए तो क्वालिफाई ही न कर पाने से ये हालात बने हैं। रूस के खिलाफ ओलंपिक क्वालिफायर में भारत के जीतने का सभी को भरोस.......

टीम इंडिया का ‘विलेन’

अपने रसूख़ के चलते कप्तान बना, मनमानियां कीं और टीम के दो हिस्से कर दिए मशहूर अभिनेता के.के. मेनन ने एक बार कहा था - क्रिकेट या स्पोर्ट्स के साथ ख़ास बात ये है कि अगर आप ख़ेल में अच्छा प्रदर्शन करने में असफ़ल रहते हैं तो आपको टीम से बाहर कर दिया जाता है. बॉलीवुड से इतर, ख़ेल में रसूख़ या प्रभाव के कोई मायने नहीं है और अंत में परफ़ॉर्मेंस ही हमेशा आपके काम आती है.लेकिन भारतीय क्रिकेट इतिहास में एक ऐसा खिलाड़ी भी था जिसने के.के. की सभी बातों .......